कैनवास
( डॉ. जे.एस.बी. नायडू की कलम से )
Monday, April 16, 2012
मैं सोच रहा था ..
लिखना तो
मैं भी चाहता हूं
अपनी आत्म-कथा
लेकिन
हालात इजाजत नहीं देते
कि
जो सच है
वह .. मैं लिख नहीं सकता
और
झूठी बातें
वह .. मैं लिख नहीं सकता
मैं सोच रहा था ..
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