Thursday, April 28, 2011

कि उसे भूल जाऊं ..

जो मैंने महसूस किया.. उसे लिख रहा हूं .. कि कई दफे कोशिश करके देख लिया कि उसे भूल जाऊं .. लेकिन यह भूल जाता हूं कि मुझे उसे भूलना है .. एक बात और भी है जो बताना नहीं भूलना चाहूंगा कि कई अरसा गुजर चुका है उसका नाम मैंने नहीं लिया है .. लेकिन वह है कि यादों में गहराई तलक समाहित है .. । एक बात है जो मुझे बहुत सुकून देती है कि यादों की कोई खिड़कियां नहीं होती कि कोई ताक-झांक कर ले ..

Wednesday, April 27, 2011

मैं सोच रहा था ..

विचारों का मंथन ..
मैं सोच रहा था ..
शब्द
जहां नहीं थे ..
वहां
फिर
तूलिका ने
साथ दिया ..

Tuesday, April 26, 2011

मैं सोच रहा था ..

रेखा और रंग .. समय के आघात से टूटकर कुछ इस तरह से इकट्ठे हो गये थे कि मजबूर होकर .. मैं सोच रहा था .. कि आखिर ये क्या संप्रेषित करना चाहते हैं ..

Sunday, April 17, 2011

मैंने सपने में देखा ..


कल ही की तो बात है .. मैंने सपने में देखा .. मछलियां हवा में उड़ रहीं थी और पक्षी पानी में तैर रहे थे ..

सपने में मुझे उड़ती मछलियों की संख्या कम दिखाई दीं और तैरते पक्षी ज्यादा दिखे थे ..

ये स्वप्न कैसा था कि पेड़ और पहाड़ .. वैसे के वैसे थे .. सुबह उठकर फिर मैंने इमानदारी से .. जो सपने में देखा था .. वो बना दिया ..

Sunday, April 03, 2011

कर्म महत्वपूर्ण है .. ज्योतिष कदापि नहीं ..

आने वाले कल का कोई केवल अंदाजा लगा सकता हैं .. कोई भी व्यक्ति भाग्य-विधाता तो नहीं है .. और फिर आप ज्योतिष तो अपने आपको कहियेगा ही मत .. क्योंकि ऐसा कहते ही आपसे मेरा विश्वास उठ जायगा । ज्योतिष के बताए हुए नुस्खे आपको किसी परेशानी से निजात दिला दें .. यह केवल इत्तेफाक हो सकता है .. केवल संयोग हो सकता है .. । ज्योतिष आपका भाग्य नहीं बदल सकता । कर्म महत्वपूर्ण है .. ज्योतिष कदापि नहीं .. ।