Wednesday, December 22, 2010

प्याज ..

प्याज काटने से आंसू निकलते हैं / जनाब .. मेरे तो प्याज खरीदने में भी आंसू निकलते हैं / वे आपस में बातें कर रहे थे / मैं सुन रहा था / मैं सोच रहा था ..

I read ..

- Silence is the BEST answer for all the stupid questions .. smile is the BEST reaction to all critical situations .. and you must keep yourself smiling .. when you looses .. as your smile may reduce the joy of win in your opponent ..
- If you are right – no need to get angry .. if you are wrong – you have no right to get angry .. ( my friend DR SARBHAI sent me this message on 21 Dec 2010 .. in the morning )

Wednesday, December 01, 2010

few good lines .. I read ..

few good lines .. I read ..
- laughing faces do not mean the absence of sorrow .. but .. infact they posses the ability to hide / to deal with ..
- the key of happiness is not that you do not get angry or upset or irritated or depressed .. but the real fact behind the happiness is that how fast you get rid of them ..
- the happiness of life depends on the quality of thoughts .. and the quality of thoughts depend on the people surround you .. in your life ..
- time always plays the game of CHESS with us .. it makes a move in our lfe and then sits back to see how we react to the challenge .. SO ALWAYS THINK PROPPERLY AND MAKE A MOVE or STEP AHEAD ..
- it is good to be in someone’s thoughts .. but it is best to be in someone’s prayers ..
- loving .. laughing .. living .. winning .. all may be easy .. but it is difficult to be simple ..
- you may be important but it is more important to be simple ..
- if you love someone .. show it .. it is better than telling it .. and if you hate someone .. it is better to tell him then showing it ..
- time .. health .. relation .. these things do not come with the price tags .. but .. when we loose them we realize the cost ..
- living with the attitude of .. 2 GET and 2 GIVE .. may create problems .. but .. if just double it .. i.e. 4 GET and 4 GIVE solves many problems ..
- soft nature does not amount to weakness of a person .. as .. never forget that nothing may be softer than water .. but its force can break strongest ROCK ..
- one says that - I can understand your feelings .. but the magic of saying is in – I can feel your feelings .. it is the magic of the depth in true relationship ..
- no candle looses its light while lightening another candle .. so never stop sharing and helping others ..
- people say – find good people and leave bad people .. but I feel – find good people and just ignore the bad content in them .. as no one is perfect ..
- two facts of life : 1. most affectionate person fights more than enemy .. 2. you easily melt like butter when the most lovable person says – I an sorry ..
- fact of life : when you are happy .. you want to reach the person you love most .. but when you are in a sad mood .. you want to reach the person who loves you most ..

मैं सोच रहा था ..

to have a better vision of the Future .. it is better to avoid the hang over of the past .. मैंने कहीं पढ़ा था / मैं सोच रहा था .. / कि / किसी दूसरे स्टेशन पर पहुंचने के लिये / एक स्टेशन को तो छोड़ना ही पड़ता है ..

पुलक ने कभी .. कहीं कहा था ..

Imperfection makes the world beautiful .. / पुलक ने कभी / कहीं कहा था .. / मुझे याद रहा .. / आज भी / और / याद रहेगा मुझे हमेशा .. / क्योंकि / यह तो / दर्शन की बात है .. / philosophy / है यह ..

Friday, November 26, 2010

कहीं पढ़ा था ..

मैंने कहीं पढ़ा था - वह व्यक्ति विश्व के सबसे शक्तिशाली व्यक्तियों में से हैं .. जिसके पास वो मन है जो परिस्थितियों से कभी हार नहीं मानता .. । जब मैंने इसे पढ़ा तो मुझे वो पंक्तियां भी याद आ गई .. जिसे मैंने कभी पढ़ा था - मन के हारे हार है .. मन के जीते जीत .. ।

Monday, November 08, 2010

बातें ..

एक - वह तो कपटी है .. अंदर से कुछ तो बाहर से कुछ और ..दूसरा - क्या तुम्हे नारियल पसंद है ..एक - हां .. बेहद .. लेकिन ये नारियल को बीच में क्यों ले आये .. क्या मेरी बात .. तुम्हें पसंद नहीं आई ..दूसरा - बात मेरी पसंदगी या फिर नापसंदगी की नहीं है .. मैं तो यह कहना चाह रहा था कि, सभी कुछ प्राकृतिक है .. लोगों का व्यवहार भी .. शायद उसका व्यवहार भी जो बाहर से कुछ और तो अंदर से कुछ और .. कुछ-कुछ .. शायद नारियल की तरह .. । कोई फल किसी को पसंद है तो किसी और को कोई और फल .. । कोई दो थे .. बातें कर रहे थे .. मैं .. तीसरा .. भी वहीं था .. मैं सुन रहा था .. मैं सोच रहा था .. ।

Friday, November 05, 2010

प्रयास ..

प्रतिभा .. रचनात्मकता .. हुनर .. ये सभी छिपे होते हैं .. कभी किसी धर्म के पीछे .. तो कभी किसी संप्रदाय के पीछे .. तो कभी किसी मान्यता की दीवार के पीछे .. तो कभी आर्थिक संकट के बोझ के नीचे .. । यह कहना तो आसान है कि इन्हें निकलना चाहिये और उभारना चाहिये .. लेकिन ऐसा कर पाना शायद कुछ हद तलक ही संभव है .. । इस दिशा में किये गये प्रयास की सफलता के प्रतिशत में जाने से अच्छा होगा कि प्रयास को भी तहे दिल से सराहा जाय .. ।

Sunday, October 24, 2010

बातें अनुरोध की ..

विरोध .. अवरोध .. गतिरोध .. प्रतिरोध .. । मैं पढ़ रहा था .. खबरों का सिलसिला .. लेकिन कहीं भी नहीं थी .. बातें अनुरोध की .. ।

Wednesday, September 15, 2010

a thoughtful message ..

इस दुनिया में ईश्वर का संतुलन कितना अदभुद है .. 100 किलो अनाज का बोरा जो उठा सकता है, वो खरीद नहीं सकता .. और जो खरीद सकता है वह उठा नहीं सकता .. ।
इस thoughtful SMS को डा. कविन्द्र सरभाई ने मुझे भेजा था .. ।

Friday, August 06, 2010

good ..

- Fighiting with the world is easy .. as you either WIN or LOOSE .. BUT fighting with a dearest one is very defficult as if you loose - YOU LOOSE .. and even, if you win - YOU LOOSE ..
- You may give 100 chances to to your enemy, to become your friend .. but never give a single chance to your friend, to become your enemy ..
Create a value of your own / given value is not thr real one .. you have / - you will be remembered by your own efforts and not by virtue of a status awarded to you like others ..
- Just hire a driver if you do not know how to drive .. and just burn the sadness in your Heart if you do not know how to remain happy ..

Wednesday, July 21, 2010

मैं सोच रहा था ..

मन के हारे हार है
मन के जीते जीत ..
सुनकर ..
मैं सोच रहा था ..

Sunday, May 23, 2010

किस्मत की बात ..

दुबई से मैंगलोर आ रहा एक यात्री विमान 22 मई 2010 को मैंगलोर हवाई अड्डे पर उतरते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया था । मैं अखबार पढ़ रहा था । आगे के पृष्ठों में, एक जगह नजर पड़ी, लिखा था -
- वह भाग्यशाली थी कि उड़ान छूट गई ।
थेरेसियाम्मा फिलिप ( नाम, जैसा अखबार में लिखा था, वैसा का वैसा ही मैंने लिख दिया है) इसी विमान से जो कि दुर्घटना का शिकार हो गया था और जिसमें अनेक जानें चली गई थीं, से, अपने बेटी से मिलने के लिये मैंगलोर आने वाली थीं । वे इस विमान में बैठने से इसलिये वंचित रह गई थीं क्योंकि, उन्हें यह धोखा हो गया था कि फ्लाइट शाम की है, जबकि वह सुबह की थी । किसी समाचार चैनल को उन्होने बताया - इस तरह से मेरी उड़ान छूट गई और उड़ान छूटने की वजह से मैं पछता रही थी कि इसी बीच मेरी बेटी ने, फोन पर, मुझे विमान के गुर्घटनाग्रस्त हो जाने की सूचना दी ।
- काम के बोझ से बची जान ।
दुबई से, एक व्यक्ति कुन्हीकान्नन चांडू (51 वर्ष), अपने बेटे को इंजीनियरिंग कालेज में, प्रवेश दिलाने में मदद के लिये, मैंगलोर जाने वाले थे और शनिवार की सुबह ही दुबई से मैंगलोर का उन्होने टिकट लिया था । लेकिन उनके प्रबंधक ने आवश्यक कार्य आ जाने के कारण, उन्हें इस यात्रा को स्थगित करने का निर्देश दिया ।
ये समाचार पढ़कर मुझे विश्वरंजन पर लिखी, मेरी किताब, जाने कितने रंग, ( पृष्ठ 29 से 33 में, सफलता और असफलता, नामक लेख में ) विश्वरंजन द्वारा किसी विमान दुर्घटना से संबंधित सुनाये गये किसी किस्से का उद्धरण याद आ गया था । जिन्होने उस किताब को पढ़ा होगा वे विश्वरंजन द्वारा सुनाये उस किस्से से भी वाकिफ होंगे कि जिसमें ट्रेफिक जाम के कारण किसी की फ्लाइट छूट जाती है .. वह दुखित हो जाता है लेकिन बाद में उस विमान के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने का समाचार सुनकर, भगवान को धन्यवाद देता है । आज विश्वरंजन से मिलने पर, मैंने उन्हें उस किताब की उक्त बात याद दिलायी । सुनकर, विश्वरंजन शांत थे । बस इतना कहा - किस्मत की बात है ..

Tuesday, May 11, 2010

Good Messages -

मुझे दो SMS मिले -
एक - It is better to loose your ego, to one, you love .. than, to loose the one, you love, because of ego ..
दूसरा - If the looser keeps his smile .. the winner will loose the thrill of his victory .. that is the power of the smile .. so always have smile on your face ..

Monday, May 03, 2010

मुझे बहुत दुख हुआ ..

मैंने हिंदी माध्यम में बारहवीं पास, किसी को देखा कि वह चाण्डक, पाटिल या फिर पूजा जैसे हिन्दी के शब्दों को लिखने में असमर्थ है । शिक्षा के इस स्तर को देखकर, मैं हतप्रभ था । मुझे आश्चर्य भी हुआ और दुख भी बहुत ।

Thursday, April 29, 2010

meaningful lines ..

· Always be humble .. as it is the essence of success ..
. Always practice leadership in small things .. instead of waiting for any big crisis ..
. It is not that important that how much you do .. but how much you love to make efforts in the doing .. is more important ..

Sunday, April 18, 2010

मैंने कहीं पढ़ा था ..

- यदि किसी मित्र को खोना चाहते हो तो उसको उसके भले की बात को बता दो .. और
- संकट में यदि आप साहस बनाये रखते हैं तो समझ लें कि यह लड़ाई जीतने के समान है .. और
- आप जिस स्थिति या हालात में हो .. ईश्वर को याद कर उसे धन्यवाद दो क्योंकि संसार में इससे भी अधिक कष्ट हैं जिन्हें ईश्वर ने आपके हिस्से में नहीं दिया है .. और
- A BAND IN THE ROAD IS NOT THE END OF THE ROAD .. UNLESS YOU REFUSE TO TAKE THE TURN

Saturday, April 17, 2010

- A CLAY POT CONTAING MILK WILL BE ALWAYS RATED HIGHER THAN THE GOLD POT CONTAINING POISON - IT IS NOT THE OUTER GLAMOUR BUT THE INNER VIRTUE THAT MAKES ANY ONE VALUABLE ..
- हमेशा रब से वह मांगो जो किस्मत में है वह नहीं जो आप चाहते हो क्योंकि हो सकता है कि आपका ख्वाहिश कम हो मगर आपकी किस्मत में ज्यादा लिखा हो ..
- YOU ARE COMPROMISING .. DOES NOT MEAN THAT SOMEONE IS RIGHT AND YOUR WRONG BUT MEANS YOU ARE RATING YHE RELATIONSHIP HIGHER AND MUCH MORE THAN YOUR EGO ..
- WHAT IS EASY AND WHAT IS DEFFICULT IN LIFE - इस सवाल का जवाब है : EASY TO ESTABLISH THE FAULT OF OTHERS .. BUT IS DEFFICULT TO RECOGNIZE AND ACCEPT THE OWN MISTAKES ..
- यदि आप किसी को वक्त देते हैं तो यकिन मानिये कि इससे बड़ा तोहफा कोई और नहीं हो सकता .. क्योंकि जिंदगी का वह पल आप उसे देते हैं जो कभी वापस नहीं आ सकता ..

Monday, March 29, 2010

किसी ने कहा -

कई बार बातों ही बातों में हमें कोई ऐसी बात बता जाता है जो व्यवहारिकता के स्तर पर हमें सोचने पर मजबूर कर देती हैं । कल ऐसी ही कोई बात कोई कर रहा था -
यदि कोई अनियंत्रित गति से और बेपरवाह व बेतरतीब होकर सड़क पर जा रहा है और आपको उसके इस दुर्व्वहार से यदि जरा सा भी धक्का लगता है या फिर चोट पहूंचती है तो - आपकी प्रतिक्रिया की दरअसल कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि ऐसा करके आप अपना ही वक्त और ज्यादा ही जायज करते हैं और फिर आगे चलकर यदि उसने उपने आपको नहीं सुधारा तो .. आगे कहीं भी टकराकर गिर सकता है .. वक्त आपका कीमती है .. इसे व्यर्थ की या फिर फिजूल की बातों में खर्च करना कोई बुद्धिमानी तो नहीं है .. ।

Monday, March 22, 2010

कोई ख्याल ..

कई बार ऐसा लगता कि जो मैं सोच रहा हूं वह किसी को भी पता नहीं चले और मैं खुश भी इस बात से रहता हूं कई बार कि मैं क्या सोच रहा हूं वह किसी को भी नहीं मालूम । लेकिन कई बार ऐसा भी तो लगता है कि मैं क्या सोच रहा हूं वह केवल उसे ही मालूम हो जिसे मैं चाहता हूं कि मालूम हो । मैं जानता हूं कि यह संभव नहीं है लेकिन .. जो मैंने सोचा वह लिख दिया । कोई इस बात से सहमत है या नहीं .. मैं नहीं सोच रहा हूं यह सब .. क्योंकि ऐसा कोई भी ख्याल जो किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाए .. मैं उसे ही ठीक समझता हूं .. ।

sensible one ..

I intend but not forcing you to love me .. but please do not let love be the reason to hate me ..

Monday, March 08, 2010

चिंतन ..

कुछ न कुछ छुपा है .. सभी के अंदर । मेरे अंदर भी है .. मैं कोई दुनिया से अलग थोड़े न हूं .. और मुझे मालूम है कि आपके अंदर भी है .. । छुपी वह बात .. वह खुशी या वह दर्द .. मैं किसी से बांट नहीं सकता .. कभी बांटने का ख्याल आता भी है तो फिर .. डर जाता हूं कि कहीं .. फिसलकर मेरी बात आम न हो जाये । इन बातों का रिश्ता मेरी सांस से बेहद करीब का है । जब तक सांस है .. तब तलक जिंदा है वह बात .. वह जज्बात .. मेरे अन्दर .. फिर, सांस के उखड़ते ही .. फिर वह भी खत्म .. वह कह रहा था । वह कह रहा था .. मैं सोच रहा था ..

Friday, January 08, 2010


08 जनवरी 2010 । शुक्रवार ।


मैंने सोचा था कि मेरे ब्लाग पर प्रतिक्रिया व्यक्त किये सभी को अलग- अलग अभिव्यक्त करूंगा लेकिन शायद इसे मेरी अपरिपक्वता कहूं या जो कुछ भी .. जैसा भी आप समझें .. कि मैं ब्लाग की इस दुनिया में नया-नया हूं इसलिये संबंधित तकनिकी जानकारी का अभाव है अतः मैं सभी से क्षमा मांगता हूं कि चाहकर भी उन्हें मैं उनके ब्लाग में जाकर सही ढंग से टिप्पणी नहीं कर पा रहा .. और इसलिये सभी के लिये संयुक्त रूप से मैंने लिखा है -


मेरे ब्लाग पर आपकी प्रतिक्रिया पढ़कर अच्छा लगा .. । भविष्य में भी ऐसा ही मार्ग-दर्शन व सहयोग आपसे प्राप्त होता रहेगा ऐसी आशा करता हूं । नये वर्ष की ढेर सी शुभ-कामनाएं .. ।
सादर ..
- डा. जेएसबी नायडू ।

Tuesday, January 05, 2010

title - land scape / size - 17 inch x 29 inch / media - oil / painting by - dr jsb naidu /
05 जनवरी 2010 । मंगलवार । किसी भी हल्की सोच को प्रश्रय देने का परिणाम शायद पानी में तैरते उस पत्ते की तरह है जिसकी प्रकृति हल्की होने के कारण वह पानी के उपर तैरता रहता है और किसी को भी आसानी से दिख जाता है .. फिर एक समय ऐसा प्रारंभ होता है कि जब वह सढ़ना शुरू होता है । यह वह स्थिति है जब वह पानी को दूषित कर देता है । इसके ठीक विपरीत किसी भारी चीज की होती है .. जिसकी फितरत होती है गहराई में डूब जाना .. । प्रकृति के ऐसे कई उदाहरण हैं जिनको हम शायद अनदेखा कर जाते हैं लेकिन वे प्रेरणादायक व मार्गदर्शक हो सकते हैं । दरअसल मुफ्त में उपलब्ध इन स्थितियों को हम ध्यान नहीं दे पाते हैं और इसकी वजह शायद प्रीआकूपाइड माइन्ड या फिर और कोई भी कारण हो सकता है .. जो आप जैसे विद्वान समझ सकते हैं .. ।
- डा. जेएसबी नायडू

Monday, January 04, 2010

04 जनवरी 2010 . सोमवार .

पेंटिंग्स् को लेकर मैं जूनूनी हूं । जिंदगी की तमाम जरूरी बातों में मेरा यह शौक भी शामिल है । यह मुझे सुकून देता है और उरजा से भर देता है । लेकिन जब भी फुरसत के लम्हे मिलते हैं मैं आजकल लिखना पसंद करता हूं ।

- डा. जेएस.बी नायडू

Sunday, January 03, 2010

03 जनवरी 2010 . रविवार .
कुछ युवाओं को मैंने बातें करते हुए सुना - हमें तो वही कैरियर चुनना चाहिये जो हमको पसंद हो । जबकि मेरे माता-पिता सख्त खिलाफ हैं इस बात के लिये कि मैं उनकी बात नहीं मानकर जिद लिये बैठा हूं कि मैं तो अपना कैरियर किसी और ही फिल्ड में बनाना चाहता हूं । मैंने तो अपने डैड से कहा कि आप अपने अनुभव से सोचते हैं जिसमें आपकी परिस्थितियां शामिल रही होंगी । फिर मैंने उनको एक अखबार पढ़ाया जिसमें किसी कामयाब व्यक्ति की कही हुई बात लिखी थी कि मैं आज कामयाबी के उंचे धरातल पर हूं जबकि मेरे पिता ने मेरे स्कूल के दिनों में ही इस फिल्ड में जाने के लिये मना किया था और नाराजगी जताई थी । लेकिन पिता के विरोध के बावजूद मैंने ऐसा किया और देखो अब मैं कितना सफल हूं ।
मैं सोच रहा था कि इक्के-दुक्के उदाहरण को लेकर कोई अपनी बात को सही ठहराने की कोशिश अवश्य कर सकता हैं । लेकिन शायद यह समझना भी जरूरी है कि हर माता-पिता की इच्छा होती है कि उनका बच्चा कामयाब बनें और उसकी जिंदगी में कम से कम प्रतिरोध आये इसलिये उनकी इस भावना को बिना सोचे-समझे अपमानजनक ढंग से ठुकराकर गैरवाजिब, अप्रासंगिक व बेसिरपैर का कहना बुद्धिमानी नहीं है । आप किसी रास्ते से जाकर कोई आरामदायक स्थिति को प्राप्त कर और फिर अपने शौक को पूरा कर सकते हैं । फिल्मों में प्रसिद्ध चिकित्सक व खेल के क्षेत्र में सफलता हासिल करने वालों को नहीं भूलना चाहिये कि किसी प्रतिष्ठा को प्राप्त करने के बाद अपने मनचाहे कैरियर में जाकर उन्होने कामयाबी हासिल की ।
मैंने इसी विषय पर किसी उम्र दराज से बात किया तो उनका कहना था - किसी मंजिल को प्राप्त करने के बाद फिर यदि कोई अपने शौक पर जा टिकता है और वहीं कामयाबी के नये आयाम स्थापित करता है तो यह शायद ज्यादा अक्लमंदी की बात होगी ।
सोच के इस आयाम को भी तो नकारा नहीं जा सकता .. ।

- डा. जेएसबी नायडू

Saturday, January 02, 2010

Saturday, January 2, 2010

02 जनवरी 2010 . शनिवार ।आज कोई लेख लिखते हुए मुझे यूं ही याद आ गया कि किसी ने कभी मुझसे पूछा था कि आपको कौन सा रंग पसंद है और फिर मेरे उत्तर की प्रतिक्षा किये बगैर ही मुझे अवगत कराया गया कि उन्हें तो लाल रंग पसंद है लेकिन नीला रंग नहीं । दृढ़ता किसी भी स्तर पर ठीक नहीं है । दृढ़ता शरीर की बढ़ी हुई उम्र में होती है लेकिन बचपन तो लचीलापन लिये हुए होता है । प्रकृति में लाल रंग के फूल भी हैं और पेड़ों का रंग हरा है व वहीं आकाश का नीलापन भी अपना अस्तित्व बनाए हुए है । प्रकृति के इन संकेतो को नजरअंदाज करना शायद बुद्धिमानी नहीं है ।