कैनवास
( डॉ. जे.एस.बी. नायडू की कलम से )
Sunday, March 20, 2011
जिनको जिरह पसन्द है ..
जिन्हे वाद-विवाद .. जिरह .. पसन्द है .. यह उनके लिये है - ज़िदगी और दौलत के अंतर व उनके महत्व को उनसे जाना जा सकता है .. जो भूकम्प .. सूनामी .. व .. परमाणु विकिरण के शिकार हैं ..
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