कैनवास
( डॉ. जे.एस.बी. नायडू की कलम से )
Monday, January 24, 2011
मैं सोच रहा था ..
किसी का काम करने की, किसी को कोई बाध्यता नहीं लेकिन काम नहीं कर पाने की स्थिति में समय पर सूचित या अवगत करा देना जरूरी है .. यह काम कराने से भी शायद ज्यादा महत्वपूर्ण व जरूरी है .. मैं सोच रहा था ..
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